Vintage Car and Bike Fair in Gurugram: आज आखिरी दिन, 150 कारों और 100 से ज्यादा बाइकों की प्रदर्शनी

Vintage Car and Bike Fair in Gurugram: हरियाणा के गुरुग्राम में चल रहे विंटेज कार और बाइक मेले का आज आखिरी दिन है। यह मेला 21 फरवरी से शुरू हुआ था और अब तक इसमें 25 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा ले चुके हैं। इस मेले में 150 विंटेज कारें और 100 से अधिक क्लासिक बाइक्स प्रदर्शित की गई हैं, जिन्हें अलग-अलग देशों से लाया गया है।
86 साल पुरानी BMW बाइक बनी आकर्षण का केंद्र
इस मेले में कार और बाइक प्रेमियों के लिए कई ऐतिहासिक वाहन रखे गए हैं। खासतौर पर BMW कंपनी की R12 बाइक, जो 1941 में लॉन्च हुई थी, लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। 86 साल पुरानी होने के बावजूद यह बाइक आज भी नई जैसी दिखती है।
इसके अलावा, मेले में कई दुर्लभ कारें भी शामिल हैं, जो कभी राजाओं और महाराजाओं के लिए बनाई गई थीं। इनमें से एक है बेंटले मार्क VI ड्रॉपहेड कूपे (Bentley Mark VI Drophead Coupe), जो 1948 में बड़ौदा की महारानी के लिए बनाई गई थी। इस कार की शानदार बनावट और क्लासिक लुक इसे खास बनाते हैं।
विंटेज कारों और बाइकों की झलक
इस मेले में दुनियाभर से लाई गई कई दुर्लभ गाड़ियां शामिल की गई हैं, जिनमें निम्नलिखित वाहन प्रमुख हैं:
- बेंटले मार्क VI ड्रॉपहेड कूपे (1948) – बड़ौदा की महारानी के लिए बनाई गई यह कार, अपने क्लासिक डिजाइन और शानदार लुक के कारण लोगों को बेहद पसंद आ रही है।
- फोर्ड मस्टैंग (1965) – अमेरिकी कार उद्योग की एक प्रतिष्ठित कार, जिसे मसल कार का खिताब दिया गया है।
- रोल्स-रॉयस सिल्वर घोस्ट (1923) – यह कार शाही परिवारों और उच्च समाज के लोगों की पसंदीदा गाड़ी मानी जाती थी।
- बुगाटी टाइप 57 (1934) – यह कार अपनी खूबसूरती और स्पीड के लिए मशहूर है।
- हर्ले डेविडसन विंटेज मॉडल्स – 1920 और 1930 के दशक की दुर्लभ बाइकों का संग्रह भी प्रदर्शनी में रखा गया है।
मेले में शामिल होने के लिए 500 रुपये एंट्री फीस
इस मेले में प्रवेश के लिए प्रति व्यक्ति 500 रुपये का टिकट शुल्क रखा गया है। मेला सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है, और शाम 5 बजे के बाद नए आगंतुकों को प्रवेश नहीं दिया जाता।
दुर्लभ वाहनों को देखने उमड़ी भीड़
इस मेले में अब तक 25 हजार से ज्यादा लोग शामिल हो चुके हैं। गुरुग्राम और दिल्ली-एनसीआर के अलावा, देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग इस मेले में विंटेज वाहनों की झलक देखने के लिए आ रहे हैं।
विंटेज कारों और बाइकों का जुनून
मेले में आए एक आगंतुक संदीप शर्मा ने कहा, “मैं बचपन से ही विंटेज कारों का शौकीन रहा हूं। यहां आकर इतने पुराने और दुर्लभ वाहनों को देखना एक अनोखा अनुभव है।” वहीं, एक अन्य दर्शक रवि मेहरा ने बताया कि वे खासतौर पर 1941 की BMW R12 बाइक को देखने आए हैं।
विंटेज गाड़ियों के रखरखाव पर चर्चा
मेले में केवल प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि विंटेज वाहनों के रखरखाव पर भी चर्चा हो रही है। कई विशेषज्ञों ने बताया कि पुरानी कारों और बाइकों को मेंटेन करने में काफी मेहनत और खर्च आता है। इनके लिए खास इंजन ऑयल, स्पेयर पार्ट्स और देखभाल की जरूरत होती है।
आखिरी दिन भारी भीड़ की उम्मीद
आज इस मेले का अंतिम दिन होने के कारण आयोजकों को उम्मीद है कि भारी संख्या में लोग इसे देखने आएंगे। आयोजकों के अनुसार, “विंटेज गाड़ियों का यह मेला हर साल आयोजित किया जाएगा, ताकि लोगों को पुरानी क्लासिक कारों और बाइकों की सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी मिल सके।”
गुरुग्राम में आयोजित यह विंटेज कार और बाइक मेला एक अनूठा आयोजन रहा, जिसमें लोगों को ऐतिहासिक वाहनों की झलक देखने को मिली। BMW की 1941 की R12 बाइक और 1948 की बेंटले मार्क VI कूपे जैसी गाड़ियां दर्शकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बनीं। आज इसके आखिरी दिन बड़ी संख्या में आगंतुकों के पहुंचने की संभावना है। अगर आप भी विंटेज कारों और बाइकों के शौकीन हैं, तो यह आपके लिए एक बेहतरीन मौका है।